लू शुन 1881-1936 लू शुन विश्वप्रसिद्द आधुनिक चीनी लेखक हैं। उन्होंने अपनी कहानियों में आम लोगों की जिंदगी का यथार्थपरक चित्रण किया। उनकी इस शैली ने दुनिया भर के लेखकों को प्रभावित किया। दुनिया भर की भाषाओं में उनकी कहानियों का अनुवाद भी हुआ। वह आलोचक, व्याख्याता, अनुवादक, कवि, निबंधकार और प्रतिष्ठित राज्य सेवक भी थे। वह सच्चे अर्थों में जनता के लेखक थे। उन्होंने जनता की चेतना को और साफ़ करने के साथ जनता के लिए अनगिनत लेखक तैयार कर दिए।
लू शुन (25 सितम्बर 1881 – 19 अक्टूबर 1936) चीनी साहित्य के प्रमुख लेखक और समाज सुधारक थे। उन्हें आधुनिक चीनी साहित्य के पितामह के रूप में माना जाता है। उनका वास्तविक नाम जुआन झो (Zhou Shuren) था, लेकिन वे अपने साहित्यिक नाम लू शुन से अधिक प्रसिद्ध हुए। वे केवल एक लेखक नहीं, बल्कि एक सोशल रिफॉर्मर और समाजवादी विचारक भी थे। उनका लेखन चीनी समाज की कुरीतियों और शोषण के खिलाफ था और उन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से सामाजिक जागरूकता फैलाने की कोशिश की।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
लू शुन का जन्म चुजू प्रांत (वर्तमान में ज़ेजियांग प्रांत) में हुआ था। उन्होंने चीन में शिक्षा प्राप्त की और बाद में जापान में चिकित्सा की पढ़ाई की। हालांकि, चिकित्सा में रुचि होने के बावजूद, उन्होंने इसे छोड़कर साहित्य में अपने कैरियर की शुरुआत की। उन्हें यह महसूस हुआ कि चीनी समाज की मानसिकता और सामाजिक समस्याओं को सुधारने के लिए, साहित्य से अधिक प्रभावी माध्यम कोई और नहीं हो सकता।
साहित्यिक यात्रा और विचारधारा:
लू शुन का लेखन चीनी समाज में व्याप्त असमानताएँ, सामाजिक अन्याय, और मानव अधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ था। उन्होंने संस्कृति और परंपरा के खिलाफ खड़ा होकर अपने विचारों को प्रकट किया और चीनी समाज के शोषण और असमानता को उजागर किया।
उनकी लेखन शैली सरल, प्रभावी और सटीक थी, जिसमें गहरी सामाजिक चेतना और मानवीय संवेदनाएँ पाई जाती थीं। उनके लेखन का उद्देश्य समाज को जागरूक करना और सामाजिक परिवर्तन लाना था।
प्रमुख रचनाएँ:
A Madman’s Diary (狂人日记) – यह लू शुन की पहली प्रसिद्ध कहानी है, जिसे चीनी आधुनिक साहित्य का पहला आधुनिक कहानी माना जाता है। इसमें एक व्यक्ति की मानसिक स्थिति और समाज में व्याप्त खाने की आदतों और परंपराओं की आलोचना की गई है।
The True Story of Ah Q (阿Q正传) – यह उपन्यास लू शुन का सबसे प्रसिद्ध काम है, जिसमें एक व्यक्ति आह क्यू की कहानी है, जो अपनी असफलताओं को अपनी मानसिकता के कारण स्वीकार नहीं करता है। यह उपन्यास चीनी समाज की जड़ता और मानसिक गुलामी को दर्शाता है।
Call to Arms (呐喊) – यह एक संग्रह है, जिसमें कई लघु कथाएँ शामिल हैं, जो चीनी समाज के संघर्ष और उस समय के सांस्कृतिक सुधारों पर आधारित हैं।
Wandering (彷徨) – इस संग्रह में लू शुन की कहानियाँ चीनी समाज के विभिन्न पहलुओं को समझाने का प्रयास करती हैं, जिसमें व्यक्तिगत संघर्ष, आत्मज्ञान और सामाजिक असमानताएँ प्रमुख हैं।
लेखन शैली और प्रभाव:
लू शुन की लेखन शैली सामाजिक आलोचना और गहरी मानसिकता की व्याख्या करने वाली थी। वे विरोधाभासों और मानव स्वभाव को उजागर करते थे। उनके लेखन में सरलता और प्राकृतिकता थी, जो आम जनता को आसानी से समझ में आ जाती थी।
लू शुन ने चीनी समाज को एक नए दृष्टिकोण से देखने की प्रेरणा दी और उनके साहित्य ने चीनी समाज के पुनर्निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
निधन और विरासत:
लू शुन का निधन 19 अक्टूबर 1936 को हुआ, लेकिन उनकी रचनाएँ आज भी चीन और दुनिया भर में पढ़ी जाती हैं। उनका योगदान आधुनिक चीनी साहित्य में अतुलनीय है और उनके विचारों ने आने वाली पीढ़ियों को गहरे रूप से प्रभावित किया।
लू शुन को चीनी साहित्य का एक अभिन्न हिस्सा माना जाता है, और उनकी रचनाएँ न केवल चीन में, बल्कि पूरे दुनिया में साहित्यिक अध्ययन और समाजशास्त्र के रूप में अध्ययन की जाती हैं।
Additional information
Weight
0.05 kg
Dimensions
15.2 × 10.2 × 0.1 cm
Author
Lu Xun
Imprint
Yuvaan Books
Publication date
30 January 2024
Pages
127
Reading age
12 years and up
ISBN-13
978-9392088834
Binding
Paperback
Language
Hindi
Brand
Yuvaan Books
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