अध्येता, जन बुद्धिजीवी व सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वह भारतीय समाज की संघर्षधर्मी जनपक्षधर धाराओं को एक मंच पर लाने की कोशिश करते हैं। उनके लिए समाजवाद, आंबेडकरवाद, स्त्रीवाद और आदिवासियों के संघर्ष सामाजिक न्याय की एक वृहत्तर लड़ाई के अलग-अलग रंग हैं।