निशांत जैन एक प्रेरणास्पद आईएएस अधिकारी, लेखक और प्रेरक वक्ता हैं, जिन्होंने हिंदी माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर सिविल सेवा परीक्षा में उल्लेखनीय सफलता हासिल की।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
मेरठ, उत्तर प्रदेश के निवासी निशांत जैन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हिंदी माध्यम से पूरी की। उन्होंने हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर (एम.ए.) की डिग्री प्राप्त की है। अपनी शिक्षा के दौरान, निशांत ने हिंदी भाषा और साहित्य में गहरी रुचि विकसित की, जो आगे चलकर उनके करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
करियर और यूपीएससी यात्रा
अपनी शिक्षा पूर्ण करने के बाद, निशांत ने डाक विभाग में क्लर्क के रूप में कार्य किया। बाद में, उन्होंने संसद में अनुवादक की भूमिका भी निभाई। हालांकि, सिविल सेवा में योगदान देने की इच्छा ने उन्हें यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए प्रेरित किया। निशांत ने हिंदी माध्यम से तैयारी की और 2014 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल की। उनकी इस सफलता ने हिंदी माध्यम के छात्रों के लिए एक मिसाल कायम की।
प्रशासनिक योगदान
आईएएस बनने के बाद, निशांत जैन ने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। उन्हें राजस्थान के पर्यटन विभाग के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल कीं। बाद में, उन्हें जालोर जिले का कलेक्टर नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने इको-टूरिज्म के विकास के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए।
साहित्यिक योगदान
प्रशासनिक कार्यों के साथ-साथ, निशांत जैन एक प्रतिभाशाली लेखक भी हैं। उन्होंने सिविल सेवा aspirants के लिए मार्गदर्शन प्रदान करने वाली कई पुस्तकें लिखी हैं, जो उनकी व्यक्तिगत यात्रा और अनुभवों पर आधारित हैं। उनकी लेखनी सरल और प्रेरणादायक है, जो युवाओं को अपने सपनों की ओर अग्रसर होने के लिए प्रोत्साहित करती है।
प्रेरणा स्रोत
निशांत जैन की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो साधारण पृष्ठभूमि से आकर असाधारण उपलब्धियाँ हासिल करना चाहते हैं। उनका दृढ़ संकल्प, मेहनत और हिंदी भाषा के प्रति समर्पण यह साबित करता है कि भाषा बाधा नहीं, बल्कि सफलता की सीढ़ी हो सकती है।
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