बारह साल की सरोजिनी का पक्का दोस्त आमिर अब उसका पक्का दोस्त नहीं रहा. जब से वह उसकी बस्ती से बाहर रहने गया और मँहगे निजी स्कूल में पढ़ने जाने लगा तब से उसके और सरोजिनी के बीच कुछ भी तो एक-सा नहीं रह गया. तभी सरोजिनी को ‘शिक्षा का अधिकार’ क़ानून के बारे में पता चला, जिसकी मदद से उसे आमिर के स्कूल में निःशुक्ल प्रवेश मिल सकता है- या यह भी हो सकता है कि वह अपने सरकारी स्कूल में इस तरह के सुधार ला सके कि आमिर को ही वापस अपने स्कूल में बुला ले, जहाँ वे साथ-साथ पढ़ने जाते थे. अपने पक्के दोस्त से दोस्ती बचाने की इस कोशिश में सरोजिनी को कुछ ऐसे लोगों से मदद मिलती है, जिनके बारे में उसने कभी सोचा भी नहीं था.
मातंगी सुब्रमण्यन लेखक, शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वह इस बात में यकीन रखती हैं कि कहानियों में दुनिया बदलने ताक़त होती है। वह अमेरिका में एक सरकारी स्कूल में अध्यापिका रही हैं, सेस्मे वर्कशॉप में सह-उपाध्यक्ष और न्यूयार्क सिटी काउंसिल में वरिष्ठ नीति विश्लेषक रही हैं। वह फुलब्राइट नेहरू फ़ेलोशिप, टीचर्स कॉलेज ऑफ़िस ऑफ़ पॉलिसी रिसर्च फ़ेलोशिप और जैकब जेविस्ट फ़ेलोशिप प्राप्त कर चुकी हैं। उनका कथेतर लेखन द हिन्दू के रविवारीय परिशिष्ट, क्वार्ट्ज़, अल जज़ीरा अमेरिका, फैमिनिस्टिंग और सील प्रेस से प्रकाशित संकलन ‘क्लिक’ आदि में प्रकाशित होता रहा है। उनकी कहानियाँ स्किपिंग स्टोन्स और द हिन्दू की पत्रिका यंग वर्ल्ड में प्रकाशित हो चुकी हैं। ‘डियर मिसेज नायडू’ उनका पहला उपन्यास है।
Additional information
Weight
0.25 kg
Dimensions
19.6 × 12.6 × 1.5 cm
Author
Mathangi Subramanian
Imprint
Unbound Script
Publication date
30 April 2022
Pages
240
Reading age
12 years and up
ISBN-13
978-9392088032
Binding
Paperback
Language
Hindi
Brand
Unbound Script
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