भेड़िया लंगड़े घोड़े को देखकर बहुत खुश हुआ। वह उसके पास गया और लंगड़ाने का कारण पूछने लगा। घोड़े ने बताया कि उसके पिछले दाएँ पैर में चोट लगी है। भेड़िया उस पैर को देखने पहुँचा। लेकिन हुआ क्या? अकेली टहनी तो कोई भी तोड़ सकता है, मगर गट्ठर? एक लोमड़ी ने कछुए को पकड़ लिया लेकिन उसकी खोल को तोड़ना मुश्किल था। इसपर कछुए ने कहा कि मुझे पानी में डाल दो तो मेरी खोल मुलायम हो जाएगी। लोमड़ी ने ऐसा ही किया। इसके बाद क्या हुआ इसका अंदाज़ा आप ख़ुद लगाएँ। क्या वह कछुआ दुबारा दिखा ? वह लकड़हारा जिसकी कुल्हाड़ी नदी में गिर गयी थी और नदी देवता ने जिसे सोने-चाँदी की कुल्हाड़ी देनी चाही थी, लेकिन वह अपनी लोहे की कुल्हाड़ी मांगता रहा। वह बेवकूफ़ था या ईमानदार? यह किताब ऐसी अनेक कहानियों का ख़जाना है। इसमें, बुद्धिमत्ता है, हास्य है, और नैतिक शिक्षा भी, लेकिन सबसे बड़ी बात – सब कुछ बाल सुगम भाषा में है।
कामिनी गायकवाड़ एक प्रतिष्ठित लेखिका और संपादक हैं, जो विशेष रूप से बाल साहित्य में विशेषज्ञता रखती हैं। कहानी कहने के प्रति गहरी रुचि रखने वाली कामिनी पारंपरिक लोक साहित्य को आधुनिक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती हैं, जिससे यह समकालीन पाठकों के लिए अधिक प्रासंगिक बन सके। उनके कार्यों में सांस्कृतिक विरासत की गहरी समझ झलकती है, साथ ही वे नवीन कहानी कहने की तकनीकों को भी अपनाती हैं।
बाल साहित्य को रोचक और अर्थपूर्ण बनाने के प्रति प्रतिबद्ध, कामिनी ने बच्चों की पुस्तकों, पत्रिकाओं और विभिन्न साहित्यिक परियोजनाओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। एक संपादक के रूप में, वे हर रचना में गुणवत्ता और रचनात्मकता सुनिश्चित करती हैं।
वर्तमान में दिल्ली में रह रही कामिनी नए कहानी प्रारूपों की खोज जारी रखती हैं, जहाँ वे लोककथाओं और समकालीन विषयों को मिलाकर बच्चों के लिए साहित्य को और अधिक प्रासंगिक और प्रेरणादायक बनाने का प्रयास कर रही हैं।
Additional information
Weight
0.1 kg
Dimensions
22.8 × 15 × 0.2 cm
Author
kamini Gaikwad
Imprint
The Kid Books
Publication date
1 January 2023
Pages
87
Reading age
8 years and up
ISBN-13
978-9392088698
Binding
Paperback
Language
Hindi
Brand
Unbound Script
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