नंदिता दा कुन्हा मुंबई स्थित एक प्रसिद्ध बाल साहित्य लेखिका हैं, जो अपनी प्रभावशाली और विविधतापूर्ण कहानियों के लिए जानी जाती हैं।
उन्होंने XLRI, जमशेदपुर से एमबीए किया और उसके बाद आर्थर एंडरसन और KPMG जैसी कंपनियों में बतौर रणनीतिक सलाहकार (Strategy Consultant) कार्य किया। हालांकि, लेखन के प्रति उनके जुनून ने उन्हें साहित्य की दुनिया में कदम रखने के लिए प्रेरित किया।
उनकी प्रमुख पुस्तकों में “The Miracle on Sunderbaag Street” शामिल है, जो बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाती है, और “The Dog with Two Names”, जो सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाने वाली कहानी है। नंदिता की किताबें अपनी रोचक कहानियों, जीवंत पात्रों और गहरे संदेशों के कारण बच्चों और बड़ों दोनों के बीच लोकप्रिय हैं।
इसके अलावा, नंदिता विभिन्न साहित्यिक महोत्सवों और पुस्तक पाठन कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेती हैं, जिससे बच्चों में पढ़ने और कहानी कहने की रुचि को बढ़ावा मिलता है। उनके योगदान ने उन्हें बाल साहित्य की दुनिया में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।
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