रंगा सयिार और अन्य नीति कथाएँ बेचारा सियार जो कुत्तों से बचकर भागते हुए नाद में गिरकर नीला हो गया था. वह इसी रंग से जंगल का राजा बन गया, लेकिन उसके बाद क्या हुआ? अंधे गिद्ध ने बिल्ली की चिकनी-चुपड़ी बातों से खुश होकर उसे अपने घोंसले तक आने दिया था, इसका परिणाम क्या हुआ? ऋषि ने चूहे को भेड़िया बना दिया, फिर भेड़िये ने क्या किया? बूढ़ा शेर एक इंसान को कंगन का लालच दे रहा है? इस पर इंसान क्या करेगा ? ये कहानियाँ सिखाती हैं कि बुद्धि के इस्तेमाल से कमजोर व्यक्ति भी बड़े-बड़ो को पछाड़ सकता है। और ताकतवर व्यक्ति अपनी मूर्खता से तबाह हो सकता है।
लक्ष्मण प्रसाद भारद्वाज हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित लेखक और कवि हैं, जो अपनी सरल और भावपूर्ण लेखन शैली के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी रचनाएँ मानव भावनाओं, सामाजिक मुद्दों और भारतीय संस्कृति के विविध पहलुओं को उजागर करती हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
लक्ष्मण प्रसाद भारद्वाज का जन्म एक साहित्यिक परिवेश में हुआ, जहाँ उन्हें बचपन से ही साहित्य और कविता का प्रेम मिला। उन्होंने हिंदी साहित्य में उच्च शिक्षा प्राप्त की और अपने लेखन के माध्यम से सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना को जगाने का कार्य किया।
साहित्यिक योगदान:
उन्होंने कई कविताएँ, कहानियाँ और निबंध लिखे हैं, जो पाठकों के दिलों को छूते हैं और समाज को नई दिशा देते हैं। उनकी लेखनी में सरलता और गहराई का अनूठा संगम देखने को मिलता है।
लेखन शैली:
उनकी लेखन शैली सहज और प्रवाहपूर्ण है, जिसमें भावनाओं की गहराई और सामाजिक चिंतन का समावेश होता है। वे अपने शब्दों के माध्यम से पाठकों को सोचने और समाज को समझने के लिए प्रेरित करते हैं।
पुरस्कार और सम्मान:
लक्ष्मण प्रसाद भारद्वाज को उनके साहित्यिक योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। उनकी रचनाएँ आज भी साहित्य प्रेमियों के बीच लोकप्रिय हैं और हिंदी साहित्य को समृद्ध बनाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है।
उनकी साहित्यिक यात्रा युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत है और उनकी रचनाएँ भारतीय समाज और संस्कृति का दर्पण हैं।
Additional information
Weight
0.1 kg
Dimensions
25 × 15 × 0.1 cm
Author
Lakshman Prasad Bharadwaj
Imprint
Unbound Script
Publication date
1 January 2023
Pages
64
Reading age
5 years and up
ISBN-13
9789392088674
Binding
Paperback
Language
Hindi
Brand
Unbound Script
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