
Khamosh Logon Ki Or Se ( Voice For The Voiceless ) By Dalai Lama – Hindi
परम पूज्य दलाई लामा – खामोश लोगों की ओर से
यह पुस्तक परम पूज्य दलाई लामा की आत्मकथात्मक कृति Voice of the Voiceless का हिंदी अनुवाद है। इसमें उन्होंने तिब्बत और तिब्बती लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए चीन के विरुद्ध अपने सात दशकों के शांतिपूर्ण संघर्ष को आत्मीयता से वर्णित किया है।
पुस्तक में उन प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं जो चीन द्वारा तिब्बत और तिब्बतीयों को लेकर खड़े किए जाते हैं- और जो पाठकों के मन में भी स्वाभाविक रूप से उठते हैं। इसके साथ ही, अगली दलाई लामा की घोषणा और उससे जुड़ी जटिलताओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई है, जो वर्तमान में चीन और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में गंभीर बहस का विषय बना हुआ है।
इसकी भाषा और शैली प पू दलाई लामा के व्यक्तित्व की तरह ही सहज और सरल है।
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About the Author
Additional information
Weight | 0.100 kg |
---|---|
Dimensions | 7.7 × 7.1 × 1 cm |
Brand |
Yuvaan Books |
Author |
Dalai Lama |
Imprint |
Yuvaan Books |
Publication date |
21-07-2025 |
Pages |
264 |
Reading age |
12 years and up |
ISBN-13 |
9789348497260 |
Binding |
Paperback |
Language |
Hindi |
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