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Brahmand Ki Sanrachna - Kaise aur Kin Cheezon Se Bana Brahmand
Rated 5.00 out of 5₹299.00₹269.10 -
Aabra Ka Dabra Evam Anya kahaniyaan
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Frankenstein
₹299.00₹269.10
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Aatanki Mor
Author / Ankita Jain
Aasha Ki Nanhi Kirane
Author / Enik De Giri
Aapke Awchetan Man Ki Shakti
Author / Joseph Murphy
Aabra Ka Dabra Evam Anya kahaniyaan
Author / Pragya Mishra
प्रज्ञा मिश्रा बालकथा लेखन में अब एक प्रतिष्ठित नाम है। उनका पहला कहानी संग्रह-फुहार-लोक भारती प्रकाशन से प्रकाशित होकर चर्चित हो चुका है। उनकी दूसरी किताब, बोलते-बुलबुले पाँच भागों में बाल कहानियों का महत्त्वाकांक्षी प्रोज़ेक्ट है। आबरा का डाबरा एवं अन्य कहानियाँ बोलते बुलबुले सीरीज़ की चौथी किताब है। प्रज्ञा मिश्रा यों तो वह वाणिज्य की छात्रा रही हैं लेकिन उनकी रुचि अध्यात्म में ज्यादा है। उनके जीवन पर परम् पूज्य श्री माताजी निर्मला देवी द्वारा प्रतिपादित सहज योग ध्यान का गहरा प्रभाव रहा है। सन् 2017 में BRICS-IF और श्री योगी महाजन से जुड़ने के बाद उन्होंने जन सरोकारों पर सोचना शुरू किया।
A Christmas Carol
Author / Charles Dickens
A Beautiful Life
Author / Sachin Gupta
अ ब्यूटीफुल लाइफ’ किताब हर उम्र, हर वर्ग के लोगों के लिए है, चाहे वह पुरुष हो या महिला, बेटा हो या बेटी, भाई हो या बहन, पति हो या पत्नी, दादा हो या दादी, नाना हो या नानी इत्यादि । इस किताब का जैसा नाम है, वैसी ही जीवन जीने की कला यह किताब सिखाती है। इस किताब का जैसा नाम है वैसी ही यह किताब लोगों को जीवन जीने की प्रेरणा देगी। यह किताब बचपन से लेकर जीवन के आखिरी पलों को एंज्वॉय कर रहे सभी लोगों के लिए महत्वपूर्ण है । सबको केवल उपलब्धियां हासिल करना या सफल होकर आगे बढ़ना ही सिखाया जाता है। असफलता नाम का कोई पाठ या तो उन्हें पढ़ाया नहीं जाता या उनको पसंद नहीं होता है। यह किताब केवल किताबी ज्ञान ना सिखा कर लोगों को रियल लाइफ में आने वाली चुनौतियां के लिए तैयार करती हैं। ‘खुश रहने के लिए जिंदगी में सफल होना जरूरी नहीं है, असफल होकर भी खुश रहा जा सकता है ।
Ghar Ke Vaaste – घर के वास्ते By Swayam Srivastava
Author / स्वयं श्रीवास्तव
यह लोकप्रिय युवा कवि स्वयं श्रीवास्तव का पहला काव्य संग्रह है। इसके हर गीत और नज़्में पहले ही लोगों की ज़ुबान पर हैं। स्वयं श्रीवास्तव अपने समय की असल समस्याओं को उठाते हैं। उनकी कविताओं में युवा मन की बेकरारी, बेकारी, प्रेम, असफलताबोध और सौन्दर्याकांक्षा मिलेगी। जब उनकी हिन्दुस्तानी जुबान में आप इन्हीं चीज़ों को सुनते हैं तो एक ही बात जेहन में कौंधती है— “देखना तक़रीर की लज़्ज़त कि जो उसने कहा मैं ने ये जाना कि गोया ये भी मेरे दिल में है”।