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Jaddu Ki Ghadi – जादू की घड़ी

175.00 140.00

Author / Mamta Kalia

जादू की घड़ी में सात छोटी-छोटी कहानियाँ हैं। इन कहानियों में बच्चों का सरल संसार है।
इस संसार में मम्मी- पापा, दादा-दादी, स्कूल, जादूगर और एक खुराफ़ाती मामा है। यहाँ विश्व कथासंसार की झलक भी है और गूगल भी; जो सबकुछ जानता है लेकिन 13 के पहाड़े पर अटक सकता है।

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Karamati Mann

250.00 200.00

Author / Preeti Shenoy

करामाती मन अगर कोई चीज़ आपके लिए जादू कर सकती है तो वह है – आपका मन | लेकिन क्या आप अपने मन की करामातों के बारे में जानते हैं। क्या आप में इसके एक-एक दरवाज़े को खोलने का हुनर है। क्या आप यह हुनर सीखना चाहते हैं। अगर हाँ, तो यह किताब शानदार प्रशिक्षक हो सकती है। यह किताब आपको अपनी ही क्षमताओं से स्वरू कराती है। यह आपके मन की उन्हीं चिनगारियों को पकड़ना सिखाती है जिसे आप कभी-कभी महसूस तो करते हैं, लेकिन असावधानी में उसकी अनदेखा कर जाते हैं। यह किताब अपने ही भीतर उतरने और अपना मालिक बनने का अभ्यास है। प्रीति शिनॉय का अनुभव, मानवीय अन्त क्षेठना की समझ और उनकी भाषा का प्रभाव पाठक को ऐसे बांधता है कि वह अध्याय-दर- अध्याय किसी रोमांचक उपन्यास पढ़ता चला जाता है। और अनजाने ही कहीं बहुत गहरे में बदलता जाता है। यह हमेशा अपने करीब रखी जाने वाली चुक है।

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Khajana Evam Anya Kahaniyan

199.00 159.20

Author / Pragya Mishra

प्रज्ञा मिश्रा बालकथा लेखन में अब एक प्रतिष्ठित नाम है। उनका पहला कहानी संग्रह-फुहार-लोक भारती प्रकाशन से प्रकाशित होकर चर्चित हो चुका है। उनकी दूसरी किताब, बोलते-बुलबुले पाँच भागों में बाल कहानियों का महत्त्वाकांक्षी प्रोज़ेक्ट है। इस सीरीज़ की चार किताबे – टैडी, ऊँट का बूट, नानी की बातें, आबरा का डाबरा एवं अन्य कहानियाँ है। ख़जाना एवं अन्य कहानियाँ बोलते बुलबुले सीरीज़ की पाँचवीं किताब है। प्रज्ञा मिश्रा यों तो वह वाणिज्य की छात्रा रही हैं लेकिन उनकी रुचि अध्यात्म में ज्यादा है। उनके जीवन पर परम् पूज्य श्री माताजी निर्मला देवी द्वारा प्रतिपादित सहज योग ध्यान का गहरा प्रभाव रहा है। सन् 2017 में BRICS-IF और श्री योगी महाजन से जुड़ने के बाद उन्होंने जन सरोकारों पर सोचना शुरू किया।
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Kisse mein Kissa

249.00 199.20

Author / Ahmet Umit

पिकनिक पर आग के चारों तरफ बैठे हैं, डिनर के बाद परिवार के साथ मज़े दार समय गुजारना चाहते हैं या फिर अध्यापक हैं और बच्चों को कुछ बेहतर सुनाना चाहते हैं, तो यह किताब आप ही के लिए है। कहानियों के भीतर से निकलती हुई ये कहानियाँ, मनुष्य की अच्छायों, कमजोरियों और कोमलता की दास्तान हैं। इसका हर किरदार अपनी गलतियों में भी इतना निर्मल है कि इनमें पाठक अपने दिल की झलक पाता है। दरअसल यह सारे किरदार हमारी अलग-अलग वृत्तियों और उलझनों का विस्तार हैं। प्रश्नों में बड़ी लेकिन आकार में इतनी छोटी कि आप एक बैठकी में आसानी से पढ़ सकते हैं।
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Lala ki Kahani

299.00 239.20

Author / Sergio Scapagnini

मैंने लगभग 20 साल पहले सर्गियो स्कापानिनी की किताब ‘लाला की कहानी’ की पाण्डुलिपि पढ़ी थी। मुझे यह बेहद अच्छी लगी थी । यह एक साहसी बच्चे के रोमांचक जीवन यात्रा की कहानी है। मेरी लेटेस्ट फ़िल्म परिक्रमा इसी पर आधारित है। यह एक साधारण बच्चे इस उपन्यास पर आधारित की असाधारण कहानी है । लाला का अपने माता-पिता को पाने का संघर्ष और तड़प देखकर इसके प्रति मेरा सम्मान और बढ़ गया। इसने मेरे जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला । आर्यन बडकुल, बाल अभिनेता लाला क्या है? बड़े भावों की एक छोटी कहानी… लाला होना एक मानसिक अवस्था है । क्रिस्टीना, प्रसिद्ध इटैलियन अभिनेत्री
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Lateefe

199.00 159.20

Author / Anuradha Sharma

शाइरों और अदीबों की हाज़िरजवाबी, तंज और मजाहिया गुफ़्तगू में भी शाइरी और इल्म की गहरी बातें छिपी होती हैं| ये चीज़ें किसी भाषा के अदब का अनौपचारिक विस्तार ही नहीं होतीं, उस साहित्य और समाज की आत्मा में झाँकने का एक खूबसूरत झरोखा हैं| इस किताब में शामिल लतीफ़ों से लगभग दो सौ सालों के महान शाइरों, संपादको, सियासी शख्शियतों और पत्रकारों का किरदार उभरता है| साथ ही भारतीय उपमहाद्वीप का बौद्धिक परिदृश्य बनता दिखाई पड़ता है| 

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Leave your worries behind

199.00 159.20

Author / Sanskriti Sharma Singh

Mental health issues are most common in preteens and teens. Since these are transforming years, both physically and mentally, children face a myriad of issues they need help with. If we could understand that a child’s worries are real and require genuine and empathetic attention, we could provide these young minds with the guidance and support they need to grow into confident and self-reliant adults. 
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Lekhak Kaise Banein

199.00 159.20

Author / Ruskin Bond

लेखक कैसे बनें” रस्किन बॉन्ड द्वारा लिखित एक पुस्तक है, जो उन महत्वाकांक्षी लेखकों के लिए मार्गदर्शन और सुझाव प्रदान करती है जो अपने लेखन कौशल में सुधार करना चाहते हैं और लेखन में अपना करियर बनाना चाहते हैं। पुस्तक में लेखन के विभिन्न पहलुओं जैसे चरित्र विकास, कथानक निर्माण, सेटिंग को शामिल किया गया है। , संवाद और कथन। बॉन्ड एक लेखक के रूप में अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करता है और लेखन की कला पर बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।

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Maithilisharan Gupta: Baal Kavitaen

175.00 140.00
आप सरकस के बारे में कोई कविता पढ़ना चाहते हैं? और भगवान बुद्ध के बारे में? और अपने देश के किसानों के बारे में भी? ये सब कविताएं इस किताब में मिल जाएंगी। और ये कविताएं हैं जो सबको पसंद हैं। आपको भी पसंद आएंगी। कुछ कविताएं आपको अपने देश, समाज और राष्ट्रध्वज के बारे में बताएंगी तो कुछ को पढ़कर आनंद आएगा।
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Makkar Bhediya Aur Anya Natik Kahanaiya

199.00 159.20

Author / Kamini Gayakwad

भेड़िया लंगड़े घोड़े को देखकर बहुत खुश हुआ। वह उसके पास गया और लंगड़ाने का कारण पूछने लगा। घोड़े ने बताया कि उसके पिछले दाएँ पैर में चोट लगी है। भेड़िया उस पैर को देखने पहुँचा। लेकिन हुआ क्या? अकेली टहनी तो कोई भी तोड़ सकता है, मगर गट्ठर? एक लोमड़ी ने कछुए को पकड़ लिया लेकिन उसकी खोल को तोड़ना मुश्किल था। इसपर कछुए ने कहा कि मुझे पानी में डाल दो तो मेरी खोल मुलायम हो जाएगी। लोमड़ी ने ऐसा ही किया। इसके बाद क्या हुआ इसका अंदाज़ा आप ख़ुद लगाएँ। क्या वह कछुआ दुबारा दिखा ? वह लकड़हारा जिसकी कुल्हाड़ी नदी में गिर गयी थी और नदी देवता ने जिसे सोने-चाँदी की कुल्हाड़ी देनी चाही थी, लेकिन वह अपनी लोहे की कुल्हाड़ी मांगता रहा। वह बेवकूफ़ था या ईमानदार? यह किताब ऐसी अनेक कहानियों का ख़जाना है। इसमें, बुद्धिमत्ता है, हास्य है, और नैतिक शिक्षा भी, लेकिन सबसे बड़ी बात – सब कुछ बाल सुगम भाषा में है।
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Male Mein Manohar By Aadarsh K Varman

150.00 120.00
हॉस्पिटल से लौटने के बाद क्यों बदल गया कुलदीप ? मनोहर ने मेले में क्या कुछ नया सीखा ? बॉटम हार कर भी जीत गया लेकिन कैसे ? और चीनू ने दीपावली में नया क्या सीखा ? ये कहानियाँ कहने के तरीके में सरल, भाषा में आसान और सीख में स्पष्ट हैं । इनमें बच्चों की उत्सुकता, जिज्ञासा और मनोविनोद के लिए बहुत कुछ है ।
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Mere Desh ki Dharti – मेरे देश की धरती

349.00 279.20

Author / Rashmi Bansal

मेरे देश की धरती 20 उद्यमियों की कहानी है, जिन्होंने न सिर्फ विश्वस्तरीय कंपनी खड़ी की, बल्कि अपनी जड़ों से भी जुड़े रहे। भारत के छोटे-छोटे शहरों से काम करते हुए स्थानीय प्रतिभाओं के साथ मिलकर, उन्होंने विश्व बाजार में अपनी दस्तक दी। प्रोफेशनल बिजनेस चलाने की काबिलियत अब जगह की सीमाओं में कैद नहीं है। आपको जो चाहिए बस उसे करने के लिए मिशन और विजन की जरूरत होती है। आप कहीं भी हों, वहीं से इसे साकार कर सकते हैं। “मेरे देश की धरती”

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Miss You Bruzo (English)

199.00 159.20

Author / Tanishi Sharma

Yes…, Bruzzo is a pet. The book revolves around it. The company of Bruzzo in the beautiful city of Dharamshala in Himachal Pradesh fulfils the long-cherished dream of a small girl. She would frequently ask her mother for a pet while she was living in Delhi. Her mother had always declined the girl’s requests. When the COVID-19 pandemic was at its peak in the first phase, the girl’s family shifted to Dharamshala in a rented house. The owner of the house had a pet named Bruzzo. The ten-year-old girl spends plenty of time playing with him but the happiness lasts for a short while only…
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Miss You Bruzo (Hindi)

199.00 159.20

Author / Tanishi Sharma

जी, हाँ…। ब्रूज़ो एक पालतू डॉगी है। किताब इसके इर्द-गिर्द ही घूमती है। दिल्ली की रहने वाली एक छोटी लड़की की ब्रूज़ो से मुलाक़ात हिमाचल प्रदेश के ख़ूबसूरत शहर धर्मशाला में होती है। ब्रूज़ो का साथ उसकी चाहत को पूरा करता है। जब वह दिल्ली में रहती थी, तो अक्सर अपनी माँ से एक डॉगी को घर पर रखने की माँग करती थी। लेकिन उसकी माँ उसकी इस इच्छा को हमेशा नज़रअंदाज़ करती रहीं। कोरोना के पहले दौर में, जब महामारी का भय चरम पर था, तब वह सपरिवार धर्मशाला शिफ्ट हो जाती है। वह जिस घर में रहती है, उसके मकान मालिक के पालतू कुत्ते का नाम ब्रूज़ो है। दस साल की छोटी लड़की ब्रूज़ो के साथ ख़ूब खेलती और उसके साथ काफी समय बिताती। लेकिन यह ख़ुशी थोड़े दिनों के लिए ही रहती है..। यह उपन्यास हिंदी बाल साहित्य की दुनिया में एक नई शुरुआत है।
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Mithauwa – ( Hindi ) By Ashtbhuja Shukla

199.00 159.20

Author / Ashtbhuja Shukla

मिठउवा -अष्टभुजा शुक्ल के ललित निबंध सिर्फ ललित नहीं हैं। ये अपनी अन्तर्वस्तु में पाठक को हमारे समय की असाध्य समस्याओं, जीवन के जटिल और बीहड़ पथों तक ले जाते हैं। उनके निबंधों में गजब की आन्तरिक संगति है और इनमें अष्टभुजा शुक्ल लेखक के रूप में भी किसान लगते हैं। सरोकारों, स्थितियों से जूझते हुए, वंचित जन के साथ जीवन – क्षेत्र में कुदाल–कलम से जोतते-खोदते हुए। सो अष्टभुजा शुक्ल हिन्दी गद्य को समर्थतर बनाने वाले सिर्फ गद्यकार नहीं समर्थ कवि सक्षम गद्यकार हैं। आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी की परंपरा को देखते हुए कौन कहता है कि हिन्दी गद्य में बाणभट्ट की संभावना नहीं है। -विश्वनाथ त्रिपाठी आवरण के चित्रकार ‘पद्मश्री’ भज्जू श्याम गोंड चित्रकला के लिए सुविख्यात प्रधान गोंड परिवार की नयी पीढ़ी के चित्रकार हैं। उनके चित्र भारत भवन समेत देश और विदेश में अनेक जगह प्रदर्शित हुए हैं। भज्जू ने पारंपरिक गोंड चित्रकला में आधुनिक आयाम जोड़कर उसका विस्तार किया है। लंदन यात्रा पर आधारित उनकी बहुचर्चित पुस्तक – ‘द लन्दन जंगल बुक’ इटैलियन, डच, फ्रेंच, कोरियन और पुर्तगाली भाषाओं में भी प्रकाशित हुई है।
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My Philosophy Adventure With My Philosopher Grandfather

199.00 159.20

Author / Buket Kurt

The Child begins to think about “thinking” during an activity at school. While working on research,h he encounters the name “Aristotle” for the first time: One of the greatest philosophers and important scientists in the history of philosophy. The Child knows what a scientist means. But what is a philosopher, what is philosophy? Is every human being, who can think, a philosopher? His questions never have an end. Only one person can give the most accurate answer that The Child is looking for; his grandfather, who is a retired philosophy professor and lives in a small distant town. In this first book of the series, The Child will start his philosophy adventure at his school and will continue with his wise grandfather during the summer vacation. Let’s join the journey with him and meet “philosophical thinking” with great activities during “thinking breaks”!
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Naani Ka Chashma

399.00 319.20

Author / Ruskin Bond

रस्किन बॉण्ड हमारी आँखों से ओझल दुनिया की पुनर्रचना करने वाले जादूगर हैं| यह ओझल दुनिया कहीं रोमाँच, भय, जिज्ञासा के हमारे अपने ही मनोभावों की है तो कहीं कीट, पतंगों, फूल-पौधों या मामूली भुनगों की| रस्किन की नज़र पाते ही मामूली चीज़ें भी अपने अनोखेपन से दीप्त हो उठती हैं| उन्हें पढ़ते हुए हमेशा लगता रहता है कि यह दुनिया अकथ्य सुन्दर है| जिसका रचयिता इसे और सुन्दर बनाने की ज़िम्मेदारी हम पर डालकर स्वयं कहीं छिप गया है| यह किताब हिंदी पाठकों के लिए रस्किन की इस अनोखी और बहुरंगी दुनिया में उतरने का दुर्लभ अवसर है| 

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Naani Ki Baatein Evam Anya Kahaniyan By Pragya Mishra

199.00 159.20

Author / Pragya Mishra

प्रज्ञा मिश्रा बालकथा लेखन में अब एक प्रतिष्ठित नाम है। उनका पहला कहानी संग्रह-फुहार-लोक भारती प्रकाशन से प्रकाशित होकर चर्चित हो चुका है। उनकी दूसरी किताब, बोलते-बुलबुले पाँच भागों में बाल कहानियों का महत्त्वाकांक्षी प्रोज़ेक्ट है। इसकी दो किताबें, टैडी एवं अन्य कहानियाँ और ऊँट का बूट एवं अन्य कहानियाँ पिछले दिनों प्रकाशित हुई हैं। नानी की बातें बोलते बुलबुले सीरीज़ की तीसरी किताब है। प्रज्ञा मिश्रा यों तो वह वाणिज्य की छात्रा रही हैं लेकिन उनकी रुचि अध्यात्म में ज्यादा है। उनके जीवन पर परम् पूज्य श्री माताजी निर्मला देवी द्वारा प्रतिपादित सहज योग ध्यान का गहरा प्रभाव रहा है। सन् 2017 में BRICS-IF और श्री योगी महाजन से जुड़ने के बाद उन्होंने जन सरोकारों पर सोचना शुरू किया।
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Neelkanth – नीलकंठ – Hardcover

249.00 199.20

Author / Mahadevi Verma 

नीलकंठ एक मोर की कहानी है।
महादेवी वर्मा ने इसे बड़े सरस और आत्मीय ढंग से लिखा है। इस सुंदर गद्य से गुज़रते हुए हम नीलकंठ के बचपन से लेकर उसके वयस्क मयूर बनने तक की यात्रा में साथ हो लेते हैं। हम उससे ऐसा जुड़ाव महसूस करने लगते हैं कि नीलकंठ का गुस्सा, उसकी उदासी और उसका प्यार हमें महसूस होने लगता है।
इस संस्मरण के परिदृश्य में लेखिका का पशु पक्षियों के प्रति अनुराग भी जैसे गूँजता रहता है। नीलकंठ की कथा पढ़ते हुए हम एक सुंदर और मार्मिक प्रेमकथा से भी रूबरू होते हैं।

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Neend Ka Baksa – Hindi By Manoj Kumar Jha

175.00 140.00

Author / Manoj Kumar Jha

आकाश में तारे टिमटिमा रहे हैं तो नीचे घास पर जुगनू । अक्षर किताबों से निकल भागे, नदी पार की लेकिन पहुँचे भी तो कहाँ – काँटों के गाँव । समंदर, नदी, नहर और बाल्टी सबमें पानी है। अपनी अपनी जगहों से पानी और पानी की बातें हो रही हैं। उधर फूलों के रंग तुमसे कुछ कहने को हैं । सपने में लाहौर जाकर कुल्फी खा लो और सपने में ही घर लौट आओ। ऐसी प्यारी और जादूभरी कविताएँ पढ़नी हैं ? ‘नींद का बक्सा’ घर ले जाओ और चुपके से खोलकर देखो। इसमें जितनी सुन्दर कविताएँ हैं उतने ही सुन्दर चित्र। गौर से देखो तो इस बक्से के चित्र और कविताएँ बातें करती दिखेंगी।
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